आउटरीच के बारे में
एनएचडीसी का आउटरीच, ट्रांसफॉर्मेशन और प्रोजेक्ट्स डिवीजन भारत के हैंडलूम पारिस्थितिकी तंत्र को जोड़ने, नवाचार करने और सशक्त बनाने के लिए एक रणनीतिक इकाई के रूप में कार्य करता है। यह हितधारकों की भागीदारी, तकनीकी उन्नति और विकासात्मक पहलों को एकीकृत करता है, जिससे एक मजबूत और भविष्य-तैयार हैंडलूम क्षेत्र का निर्माण होता है।
आउटरीच बुनकरों, डिजाइनरों, संस्थानों और अन्य हितधारकों के साथ जुड़कर मजबूत फॉरवर्ड और बैकवर्ड लिंक तैयार करने पर केंद्रित है। सूचना साझा करने, परामर्श सेवाओं और ब्रांड निर्माण प्रयासों के माध्यम से, यह सामुदायिक भागीदारी को मजबूत करता है और राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हैंडलूम उत्पादों की दृश्यता को बढ़ाता है।
ट्रांसफॉर्मेशन अनुसंधान एवं विकास, क्षमता निर्माण, रणनीतिक योजना और प्रौद्योगिकी अपनाने को एकीकृत करके नवाचार और बदलाव को बढ़ावा देता है। यह मार्केट इंटेलिजेंस, डिजिटल टूल, ब्लॉकचेन, इंडस्ट्री 5.0 और सतत प्रथाओं जैसे भविष्य-उन्मुख दृष्टिकोणों को प्रोत्साहित करता है, जिससे यह क्षेत्र बाजार की मांगों के अनुरूप विकसित होते हुए अपनी विरासत को संरक्षित रखता है।
प्रोजेक्ट्स उन पहलों की योजना, क्रियान्वयन और प्रभाव-आधारित कार्यान्वयन की देखरेख करता है, जिनका उद्देश्य बुनकरों और संबद्ध श्रमिकों का समर्थन करना है। ये प्रोजेक्ट आर्थिक सशक्तिकरण, कौशल संवर्धन और सांस्कृतिक संरक्षण को बढ़ावा देते हैं, जो विजन 2047 के अनुरूप जमीनी स्तर पर लागू किए जा सकते हैं।