मोबाइल वैन

मोबाइल मार्केटिंग: आपके द्वार पर हथकरघा
एनएचडीसी की मोबाइल मार्केटिंग पहल भारत की समृद्ध हथकरघा विरासत का जश्न मनाने और बढ़ावा देने के साथ-साथ स्थानीय कारीगरों को सशक्त बनाने का एक अभिनव प्रयास है। एक यात्रा प्रदर्शनी और खुदरा आउटलेट के रूप में डिजाइन की गई मोबाइल वैन पारंपरिक बुनकरों और समकालीन बाजारों के बीच की खाई को पाटती है, जो कारीगरों को उपभोक्ताओं को सीधे अपनी रचनाओं को प्रदर्शित करने और बेचने के लिए एक व्यापक मंच प्रदान करती है।
उद्देश्य
मोबाइल वैन एक गतिशील खुदरा स्थान के रूप में कार्य करती है जो दिल्ली एनसीआर के शहरी, अर्ध-शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में यात्रा करती है, जो उत्कृष्ट हथकरघा वस्त्रों को प्रदर्शित करती है। इसका उद्देश्य है: स्थानीय बुनकरों को सीधे बाजार तक पहुंच प्रदान करना। मध्यस्थों को समाप्त करना, जिससे कारीगरों को बेहतर आय सुनिश्चित हो सके। टिकाऊ, पर्यावरण के अनुकूल हथकरघा उत्पादों के बारे में जागरूकता बढ़ाना। भारत की विविध बुनाई परंपराओं को संरक्षित और सम्मानित करना।
मुख्य विशेषताएं
- मोबाइल खुदरा आउटलेट: एक कस्टम-डिज़ाइन, पूरी तरह से सुसज्जित वैन जो एक मोबाइल शोरूम के रूप में कार्य करती है, जिसमें साड़ी, स्टोल, दुपट्टा, स्कार्फ आदि जैसे हथकरघा उत्पादों की एक विस्तृत श्रृंखला प्रदर्शित होती है। इसकी गतिशीलता इसे मांग और स्थानीय रुचि के आधार पर विविध भूगोल तक पहुंचने की अनुमति देती है।
- जागरूकता और आउटरीच: बिक्री के अलावा, वैन जनता को हथकरघा शिल्प के महत्व और स्वदेशी कारीगरों का समर्थन करने के महत्व के बारे में शिक्षित करने के लिए एक मंच के रूप में कार्य करती है। यह इन उत्पादों के स्थायी और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध पहलुओं को उजागर करता है।
- सीधा कारीगर समर्थन: बुनकरों के साथ सीधे काम करके, यह पहल एक पारदर्शी और निष्पक्ष व्यापार मॉडल सुनिश्चित करती है। यह दृष्टिकोण बिचौलियों को हटा देता है, जिससे कारीगरों को अपने काम का पूरा मूल्य प्राप्त होता है।
प्रभाव और लाभ
- आर्थिक सशक्तिकरण: सीधे उपभोक्ता को बिक्री चैनल खोलकर कारीगरों के लिए आजीविका के अवसरों को बढ़ाता है।
- सांस्कृतिक संरक्षण: पारंपरिक बुनाई तकनीकों और क्षेत्रीय विशेषताओं को बढ़ावा देकर भारत की वस्तु विरासत को मजबूत करता है।
- सततता: समय-सम्मानित, कम-प्रभाव वाली विधियों का उपयोग करके प्राकृतिक फाइबर से बने उत्पादों के माध्यम से पर्यावरण-जागरूक जीवन को बढ़ावा देता है।
भारत सरकार की डिजिटल पहल के अनुरूप अपनी गतिविधियों में पारदर्शिता बढ़ाने और 'डिजिटल इंडिया' अभियान के साथ तालमेल स्थापित करने हेतु निगम ने ऑनलाइन लेन-देन के लिए ERP लागू किया है। ERP का उद्देश्य दक्षता बढ़ाना और संचालन क्षमता को बढ़ाने के लिए आवश्यक लेन-देन समय को कम करना है। इसके अलावा, ERP को स्मार्टफोन पर भी सुलभ बनाने के लिए NHDC ने e-dhaga मोबाइल ऐप भी लॉन्च किया है।